दिल लगाया था ये सोचकर जिंदगी सुकून में गुजरेगी मगर ठीक उल्टा हुआ है उसकी फरमाइशो में बेहाल हो गया हूं अब तो कर्ज में डूबा हुआ हूं यारों इस तरह कंगाल हो गया हूं वह शक में बेवफा समझ बैठे पर्दे के पीछे की हकीकत जानने की कोशिश नहीं किया अकेले में तड़पने को छोड़ गया महसूस हो रहा है सच्ची मोहब्बत नहीं किया खुशनसीब हूं जो वादा किया है प्यार उससे भी कहीं और ज्यादा दिया है यही अच्छे दोस्त की पहचान होती है हर मुश्किल में सहयोग भरपूर दिया है मुझे प्यार हो गया है उनके बातों पर ऐतबार हो गया है जिंदगी सवरने लगी है मन की सभी ख्वाहिशों का इजहार हो गया है खुशनसीब हूं सही वक्त पर मुलाकात हो गया है