मेरे हालात पर लोग मुस्कुराते हैं उनके इश्क में तड़पता हुआ मुझे देख कर फबती कसते हैं लाचार और मजबूर हूं मैं रोता हूं उसकी वादो को सोच कर
जो एक क्षण के लिए दूर रहती नहीं थी वह आजकल देखना भी मुझको नहीं चाहती है सोचता हूं मुझसे क्यों खफा हो गई जान बनकर जो रहती थी दिल में मेरे यारों वह मुझसे बेवफा हो गई